UGC का बड़ा फैसला: एक साथ दो डिग्रियां करने वाले छात्रों को राहत, पुराने कोर्स भी माने जाएंगे वैध

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UCG: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने लाखों छात्रों को बड़ी राहत देते हुए एक अहम फैसला लिया है। UCG ने अब स्पष्ट कर दिया है कि 13 अप्रैल 2022 से पहले यदि किसी छात्र ने यूजीसी के मानकों के अनुरूप एक साथ दो डिग्रियां हासिल की हैं, तो वे पूरी तरह वैध मानी जाएंगी।

यह निर्णय हाल ही में यूजीसी की बैठक के बाद लिया गया और इसकी सूचना आधिकारिक वेबसाइट पर 5 जून 2025 को जारी की गई।

पुराने छात्रों को मिली वैधता, खत्म हुआ असमंजस

UCG के इस फैसले से वे छात्र सबसे अधिक लाभान्वित होंगे जिन्होंने पहले ही दो कोर्स एक साथ पूरे किए थे लेकिन उनके भविष्य को लेकर संदेह की स्थिति बनी हुई थी। पहले यूजीसी की 13 अप्रैल 2022 की गाइडलाइन में यह स्पष्ट था कि इसके पहले के कोर्स पर यह नियम लागू नहीं होंगे, लेकिन अब इस प्रावधान को हटा दिया गया है। यानी नए फैसले के अनुसार पुराने कोर्स भी मान्य होंगे, यदि वे यूजीसी के निर्धारित नियमों के तहत पूरे किए गए हों।

संशोधित नियमों की घोषणा

UCG ने 3 अप्रैल 2025 को आयोजित अपनी बैठक में इस बदलाव को मंजूरी दी थी और इसे आधिकारिक तौर पर 5 जून को वेबसाइट पर प्रकाशित कर दिया। इसमें यह स्पष्ट किया गया है कि पूर्व में किए गए दो कोर्स, चाहे वे फिजिकल मोड, ऑनलाइन मोड या ओडीएल मोड (Open and Distance Learning) के माध्यम से किए गए हों, यदि वे यूजीसी और संबंधित संस्थानों की मान्यता प्राप्त शर्तों के तहत थे, तो उन्हें मान्यता दी जाएगी।

क्या हैं नए दिशानिर्देश?

UCG की नई गाइडलाइन के अनुसार, अब छात्र निम्नलिखित तरीकों से एक साथ दो डिग्रियां प्राप्त कर सकते हैं:

  • दोनों कोर्स फिजिकल मोड में हों, लेकिन उनकी क्लास टाइमिंग अलग-अलग होनी चाहिए।
  • एक कोर्स फिजिकल मोड और दूसरा ऑनलाइन या ओडीएल मोड में हो सकता है।
  • दोनों कोर्स ऑनलाइन या ओडीएल मोड में भी किए जा सकते हैं।

यह भी जरूरी है कि ये कोर्स UGC द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों या संस्थानों से हों, और अगर कोर्स व्यावसायिक (Professional) हैं, तो उन्हें संबंधित नियामक संस्था जैसे AICTE, NCTE, या डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो (DEB) से मान्यता प्राप्त होनी चाहिए।

क्यों अहम है यह फैसला?

इस फैसले से उन लाखों छात्रों को राहत मिली है जो UGC की पुरानी गाइडलाइन से पहले दो डिग्रियों की पढ़ाई एक साथ कर चुके थे और उन्हें नौकरी या उच्च शिक्षा में अड़चन आ रही थी। यह स्पष्टता छात्रों को शैक्षणिक और करियर के अवसरों में लाभ दिलाने में मदद करेगी।

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